सोमवार, 23 मार्च 2015

Bhagat singh

मथुरा के प्रगतिशील बौद्घिकों की एक बहुत ही पुरानी और प्रतिष्ठित संस्था जन सांस्कृतिक मंच ने मृत्युंजय भगत सिंह की शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर भगत सिंह के सपनों का भारत और मौजूदा राजनीति पर एक गोष्ठी कराई। इस गोष्ठी में एक वक्ता मैं भी था। गोषठी में मैने भगत सिंह को कोरा शहीद नहीं बल्कि बोल्शेविक राजनीति की समझ रखने वाले ऐसे नौजवान को देखने की कोशिश की है जो शायद प्रचलित धारणाओं से भिन्न है। आप लोग अगर धीरज से इस यू ट्यूब पर मेरा भाषण सुनें तो काफी कुछ नया जानने और सीखने को भी मिलेगा। यह मेरा अंदाज थोड़ा कुछ लोगों को अहमन्यता भरा लग सकता है मगर सच बोलने से मुंह नहीं चुराना चाहिए। जन सांस्कृतिक मंच के कर्ता-धर्ता श्री अशोक बंसल का धन्यवाद। साथ में मुरारी लाल अग्रवाल का और मुरारी लाल जूनियर का भी तथा आरके चतुर्वेदी और अन्य मित्रों का भी।
https://www.youtube.com/watch?v=fTZxyzOvxKU

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